नहीं रहा शाकाहारी मगरमच्छ, 70 सालों से कर रहा था मंदिर की रखवाली, भोजन में खाता था केवल प्रसाद

नहीं रहा शाकाहारी मगरमच्छ, 70 सालों से कर रहा था मंदिर की रखवाली, भोजन में खाता था केवल प्रसाद

मगरमच्छ जिसे पानी का सबसे खतरनाक जानवर कहा जाता है। यह इतना खतरनाक होता है कि अगर किसी को एक बार अपने जबड़े में पकड़ ले तो उसका प्राण निकाल कर के दम लेता है। यह बड़े से बड़े जानवर को भी धूल चटाने माहिर होता है शेर जैसे बाहुबली को भी मगरमच्छ आसानी से हरा देता है। मगरमच्छ के पास शक्तिशाली दातों के साथ-साथ जबड़े होते हैं और पंजों की जालीदार उंगलियों के साथ छोटे पैर होते हैं काफी मजबूत होते हैं। इनके पीठ पत्थर के समान कठोर होते हैं जिन पर किसी भी तरह का वार कोई असर नहीं करता। आपको जानकर हैरानी होगा कि दुनिया में एक मगरमच्छ ऐसा भी है जो बिल्कुल शाकाहारी है और उसका नाम बाबिया है।

शुद्ध शाकाहारी बाबिया मगरमच्छ की हुई मौत, 70 सालों तक की मंदिरों की देखभाल

वैसे तो साधारणतः हम सभी यह बात जानते हैं कि मगरमच्छ मांसाहारी ही होते हैं। पानी में यदि अगर इन्हें किसी भी तरह के जीव जंतु या इंसान दिख जाए तो वह उन पर झपट पडते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक ऐसा भी मगरमच्छ जो शुद्ध शाकाहारी था तो उसने कभी किसी भी जीव जंतुओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया वह हमेशा मंदिरों में चढ़े प्रसाद को ही भोजन के रूप में खाया करता था उसने मास को आज तक कभी हाथ भी नहीं लगाया था। वह हमेशा दिन में दो बार अपने गुफा से बाहर निकलता था जिस दिन उसकी मृत्यु कोई उसके 1 दिन पहले वह नजर नहीं आया फिर दूसरे दिन पानी में तैरता हुआ दिखा तब लोगों ने पालन विभाग को सूचना दी तो उन्होंने बताया कि यह मर चुका है। इसने लगभग 70 साल तक मंदिरों की देखभाल की थी।

babiya

भोजन के रूप में खाता था मंदिरों में प्रसाद

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मगरमच्छ मांस खाना ही पसंद करते हैं पर इस बाबिया मगरमच्छ के बारे में जब आपको पता चलेगा कि यह सिर्फ मंदिर के प्रसाद चावल और गुड को भोजन के रूप में ग्रहण करता था तो शायद आप यकीन ना कर पाए पर यही सच्चाई है। अगर आपको इस मगरमच्छ के बारे में और भी जानकारी लेनी है तो इस वेबसाइट पर आसानी से जान सकते हैं।

 

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